अलवर कांड को लेकर विपक्ष का हंगामा
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज विपक्ष ने राजस्थान के अलवर जिले में बहरोड़ में गौरक्षकों द्वारा एक मुस्लिम की कथित रूप से पिटाई के बाद हुए मौत के मामले में संसदीय कार्यमंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी के बयान को लेकर फिर हंगामा किया। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हंगामे के बीच कहा कि घटना पर राज्य के कानूनी प्रावधानों के हिसाब से कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अपराधी, कातिल, बदमाश को हिंदू या मुसलमान की नजर से मत दखिए, अपराधी सिर्फ अपराधी है। गृहमंत्री इस मामले पर सोमवार को सदन में जानकारी देंगे। अब इस मामले में सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बयान देंगे। राज्यसभा में गुरुवार को संसदीय कार्यमंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने ऐसी किसी घटना के होने से इंकार किया और अख़बारों की रिपोर्ट को गलत बताया था।
इसके बाद विपक्षी दल भड़क गए और शोर मचाने लगे तब उप सभापति पी.जे.कुरियन ने नकवी को कहा कि वह इस घटना से गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अवगत कराएं और इस बारे में एक रिपोर्ट मांगे ताकि इस घटना की सत्यता का पता चले। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पहले समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर सांसदों की छवि बिगड़ने का मुद्दा उठाया।
उसके बाद कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने अलवर जिले में एक मुस्लिम की गौ रक्षकों द्वारा कथित रूप से पिटाई से मौत का मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन कुरियन ने उन्हें इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि गौरक्षा के नाम पर अलवर में हुई हिंसा इस बात को दर्शाती है कि जो उनकी विचारधारा को नहीं मानेगा वह देश में नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा कि जब सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागने लगती है तो भीड़ हत्या करने जैसी खतरनाक घटनाओं को अंजाम देने की हिम्मत करने लगती है। अलवर की घटना स्तब्ध करने वाली है और बताती है कि वहां कानून व्यवस्था नहीं है।