अक्षय बने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, राष्ट्रपति 3 मई को देगें अवार्ड

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The Jury Members for 64th National Film Awards meeting the Minister of State for Information & Broadcasting, Col. Rajyavardhan Singh Rathore, in New Delhi on April 06, 2017.

नई दिल्ली। फीचर फिल्मों, गैर-फीचर फिल्मों, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन और सबसे अधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार की निर्णायक मंडलों के अध्यक्षों ने आज ६४वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार २०१६ की घोषणा की। फ़ीचर फिल्म केंद्रीय निर्णायक मंडल के अध्यक्ष प्रख्यात फिल्म निर्माता प्रियदर्शन को उनकी मलयालम फिल्म कांचीवरम के लिए जाना जाता है। गैर-फीचर फिल्म निर्णायक मंडल के अध्यक्ष राजू मिश्रा थे जबकि फिल्म लेखन निर्णायक मंडल की अध्यक्ष सुश्री भावना सोमाया थी।

नई श्रेणी के रूप में शुरू किए गए सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार की घोषणा तेलुगू फिल्म उद्योग के लोकप्रिय निदेशक राधा कृष्णा जागरलामुडी ने की थी। राष्ट्रपति ३ मई, २०१३ को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कारों की घोषणा से पहले, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए ६४वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के निर्णायक मंडल के सदस्यों ने अपनी रिपोर्ट सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राठौर को सौंपी।

फ़ीचर और गैर-फीचर श्रेणियों के निर्णायक मंडल सदस्यों ने अपनी रिपोर्ट सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू को सौंपी थी।इस वर्ष के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की विभिन्न श्रेणियों में प्रख्यात विजेताओं में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म श्रेणी में कसाव और गैर फीचर फिल्म श्रेणी में फायरफ्लाइज इन एबिस शामिल हैं। नीरजा फिल्म की गई भूमिका के लिए सुश्री सोनम कपूर को फ़ीचर फिल्म श्रेणी में विशेष उल्लेख पुरस्कार प्रदान किया है।

संविधान की ८वीं अनुसूची में निर्दिष्ट भाषाओं के अलावा अन्य भाषाओं की फिल्मों को भी पुरस्कार प्रदान किए। सर्वश्रेष्ठ मोरन फिल्म के लिए पुरस्कार हांडुक को तथा सर्वश्रेष्ठ तुलू फिल्म पुरस्कार मदीपु को दिया। सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक का पुरस्कार जी.धनंजयन को दिया जो फिल्म शैलियों, ब्रांड, फिल्म देखने की नई नीति, कराधान प्रभाव और टिकट की कीमतों जैसे विविध विषयों के गहन विश्लेषण में माहिर हैं के.पी.जयशंकर और अंजली मोंटेरो को ‘एक फ्लाई इन द करी’ किताब के लिए विशेष उल्लेख पुरस्कार दिया।

सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार जयशंकर यतीन्द्र मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक ‘लता-सुरगाथा’ को दिया। सर्वश्रेष्ठ फ़ीचर श्रेणी में विशेष निर्णायक मंडल पुरस्कार मोहनलाल को विभिन्न अनूठी अभिनय प्रतिभा के साथ विभिन्न पात्रों के चरित्र का अभिनय करने में उनकी प्रतिभा के लिए दिया। गैर-फीचर श्रेणी में विशेष निर्णायक मंडल पुरस्कार ‘द सिनेमा ट्रैवेलर्स’ को दिया। इस वर्ष राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के गैर-फीचर फिल्म खंड में एक नई श्रेणी ‘सर्वश्रेष्ठ ऑन-लोकेशन साउंड रिकार्डिस्ट’ भी शुरू किया था।

यूपी को मिला अवार्ड
उत्तर प्रदेश राज्य को विशिष्ट फिल्म नीति लागू करने के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म अनुकूल राज्य पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य की फिल्म नीति में उपयुक्त वातावरण बनाने के लिए विभिन्न उपाय शामिल हैं। जिनसे राज्य में केवल बड़े पैमाने पर फिल्मों की शूटिंग को आमंत्रित किया गया बल्कि फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया गया। झारखंड राज्य को उनकी फिल्म नीति के लिए विशेष उल्लेख पुरस्कार राज्य की नीति से राज्य में स्थानीय फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को विकास के अवसर सुलभ हुए।

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