पूर्व मंत्री संदीप कुमार के खिलाफ तेज हो दुष्कर्म मामले की जांच
नई दिल्ली। 30 हजारी अदालत ने दिल्ली के पूर्व महिला एवं बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार के खिलाफ चल रहे दुष्कर्म और भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वह अपनी तफ्तीश जल्द पूरी कर रिपोर्ट पेश करे। विशेष जज पूनम चौधरी के समक्ष संदीप कुमार ने याचिका लगाकर मांग की थी कि दिल्ली पुलिस उनके खिलाफ दुष्कर्म के मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे।
जांच अधिकारी ने अदालत को रिपोर्ट में बताया कि उन्हें पूर्व मंत्री के खिलाफ ट्रायल चलाने के लिए अनिवार्य अभियोग पत्र का इंतजार है। फोरेंसिक रिपोर्ट भी अभी नहीं आई है। सभी दस्तावेज मिलने के बाद ही आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। संदीप कुमार की ओर से कोर्ट में कहा कि पुलिस जान-बूझकर सात माह से एफआइआर दबाए बैठी है।
जांच अधिकारी बताएं कि अभियोग पत्र प्राप्त करने के लिए अर्जी कब भेजी गई थी और पुलिस को यह कब तक मिल जाएगी। इस पर कहा गया कि अभियोग पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया मे थोड़ा वक्त लगता है। संबंधित विभाग के पास अर्जी भेज दी। संदीप कुमार ने अपनी याचिका में कहा था कि समाज में उन्हें दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस जान-बूझकर आरोप पत्र दाखिल करने में देरी कर रही है। जब उन्होंने स्वयं जांच अधिकारी से आरोप पत्र के संबंध में बात की तो उन्होंने सकारात्मक जवाब नहीं दिया। इसके चलते उन्हें याचिका लगानी पड़ी। गौरतलब है कि गत वर्ष सेक्स सीडी सामने आने के बाद पुलिस ने संदीप कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।