7 साल की मासूम से 3 लोगों ने की दरिंदगी
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में 16 मार्च की रात 7 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी के मामले में जनता का आक्रोश अब खुलकर सामने आने लगा है। मासूम के साथ दरिंदगी और हैवानियत की हदें पार हुई थीं। पुलिस ने एक आरोपी राजन माझी को मुख्य आरोपी बता कर जेल भेज दिया था। बाद में एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। उस वीडियो में पीड़ित बच्ची एक नहीं तीन लोगों के घटना में शामिल होने की बात कहती नजर आ रही है। साथ ही मासूम ने कहा कि दरिंदगी करते वक्त आरोपियों ने उससे कहा था कि तुम मरोगी, तभी हम जिंदा रहेंगे।
16 मार्च को बैरागी पुरा मोहल्ले में एक भंडारे का आयोजन था, जिसमें मोहल्ले के ही लोग आमंत्रित थे। उस निमंत्रण में 7 साल की मासूम बच्ची गई थी। जिसके साथ टेंट हाउस में काम करने वाला राजन माझी ने जबरदस्ती दुष्कर्म किया। जिसके बाद उस लड़की को जान से मारने की नीयत से गला दबाया भी गया। पीड़ित बच्ची थोड़ी देर बाद होश में आई और लोगों को जब घटना की जानकारी हुई तो इलाके में आक्रोश फैल गया।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और घटना का मुख्य आरोपी बताते हुए उसे घटना के 12 घंटे के अंदर ही जेल भेज दिया। लेकिन इस घटना में दो अन्य लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर के स्थानीय लोग प्रदर्शन करते भी नजर आए। देर शाम अयोध्या की सड़कों पर लोग पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए स्लोगन लिखी हुई तख्ती और नारेबाजी करते हुए अयोध्या की सड़कों पर निकले।
सड़कों पर बैठकर बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियों ने प्रदर्शन किया और आरोपी को फांसी तथा घटना में शामिल आरोपी की मदद करने वाले लोगों को भी हिरासत में लेने की मांग की। हालांकि पुलिस ने कहा कि घटना में मात्र एक व्यक्ति शामिल था, जिसे हिरासत में ले लिया गया है और उसे जेल भेजा जा चुका है। लेकिन मासूम के साथ हुई हैवानियत में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में अपने साथ हुई दरिंदगी का बयान एक मासूम करती नजर आ रही है। जब इस वीडियो के बाबत पीड़िता की मां से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकारा कि हमारी बेटी का वीडियो है और इस घटना में शामिल दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करना चाहिए। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
पीड़िता ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि घटना में शामिल लोगों को हम अपने हाथ से पीटना चाहते हैं और फिर हमारी आंखों के सामने उनको फांसी हो यह हमारी मनसा है। हालांकि पुलिस की कार्यशैली पर वीडियो वायरल होने के बाद सवाल उठने चालू हो गए हैं।
घटना में शामिल दो अन्य लोगों को पुलिस पर बचाने का आरोप घटना वाले दिन से ही लग रहा था और आज बच्ची का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश है। पुलिस कार्रवाई करके खुद अपनी ही पीठ थपथपा ती नजर आई और अब पीड़िता का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।