स्वास्थ्य और पोषण का अन्योनाश्रम संबंध : अजय कुमार

प्रीवेंशन इज बेटर दैन क्योर है कारगार कदम

जन स्वास्थ्य एवं समग्र मानव विकास फाउंडेशन के चेयरमैन व वरिष्ठ समाजसेवी अजय कुमार ने कहा है कि पोषण और स्वास्थ्य का अटूट संबंध है। उन्होंने कहा कि पोषणयुक्त भोजन से ही व्यक्ति को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसके लिए जरूरत है लोगों को जागरूक करने की। ये बातें उन्होंने पोषण व प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ की ओर से इंडिया इंटरनेशनल सेंटर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

अजय कुमार ने आगे कहा कि स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने के लिए वह पिछले डेढ़ दशक से प्रयासरत हैं। इस दौरान लगभग 80 से अधिक सांसदों ने पत्र लिखकर उनके इस अभियान का समर्थन किया है, जिसका परिणाम यह रहा कि केंद्र की संवेदनशील सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार का दर्जा भी दिया। उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार दिए जाने तक अपना अभियान लगातार चलाते रहेंगे।

अपने संबोधन के दौरान अजय कुमार ने संघ की अध्यक्षा निक्की डबास तथा अन्य सदस्यों द्वारा पोषण के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना काल में लोगों को जागरूक करने के लिए इस तरह का आयोजन बहुत जरूरी है। इस संस्था ने पूर्व में भी लोगों को स्वास्थ्य व पोषण के प्रति लगातार जागरूक किया है। अजय कुमार ने स्वास्थ्य और बीमारियों का जिक्र करते हुए बताया कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 में से 7 व्यक्ति डायबिटीज, हृदय रोग, कैंसर जैसी नान कम्युनिकेबल बीमारियों के शिकार हैं. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ‘प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर’ सबसे कारगार कदम है। इसलिए हम सभी को खान पान और पोषण पर ध्यान देने की विशेष जरूरत हैं। इस अवसर पर अजय कुमार को उनके स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए सराहनीय कार्यों के लिए नेशनल हेल्थ अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में दिल्ली मेडिकल काउंसिल के सचिव डॉ. गिरीश त्यागी, आयुष मंत्रालय के सदस्य दिनेश उपाध्याय तथा नाद फाउंडेशन की अध्यक्षा ने भी अपने विचार रखे।