6 वर्षों में 3 लाख से अधिक बच्चे लापता हुए, 30 हजार नहीं लौटे
नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज संसद को सूचित किया कि पिछले छह वर्षों में तीन लाख से अधिक बच्चे लापता हुए हैं और लगभग 2.7 लाख को बचाया गया है। इस प्रकार 30 हजार से अधिक बच्चे लापता हैं। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, स्मृति ईरानी ने कहा कि 2015 और 2020 के बीच लापता और बचाए गए बच्चों पर डेटा प्रदान किया।
यह दर्शाता है कि इस अवधि के दौरान 3,11,290 बच्चे लापता हो गए, जबकि 2,70,698 को बचाया गया। उन्होंने कहा, “महिला और बाल विकास मंत्रालय ने लापता बच्चों का पता लगाने और बाद में पाए गए बच्चों का पता लगाने के लिए ‘ट्रैक द मिसिंग चाइल्ड’ पोर्टल बनाया है।
पुलिस स्टेशन, किशोर न्याय बोर्ड और बाल देखभाल संस्थानों को लापता बच्चों और उन बच्चों के बारे में जानकारी अपडेट करने की आवश्यकता है जो लापता हैं।”
पोर्टल के आंकड़ों से पता चलता है कि लापता बच्चों की संख्या में गिरावट की प्रवृत्ति है, जो 2015 में 80,633 से घटकर 2020 में 39,362 हो गई है। 2019 में, 49,267 बच्चे लापता हो गए, जिनमें से 44,289 को ट्रैक कर लिया गया। मंत्री ने कहा कि 2018 में 48,873 बच्चे लापता हुए और 40,296 का पता लगाया गया।
2017 में, 47,080 बच्चे लापता हो गए, जिनमें से 43,251 को ट्रैक कर लिया गया। उन्होंने कहा कि 2016 में 46,075 बच्चे लापता हो गए और 41,931 का पता लगाया गया। 2015 में, 80,633 बच्चे लापता हो गए और 66,711 को ट्रैक किया गया।