दो वोटर आईडी रखना अपराध है, जानें सजा, जुर्माना और रद्द करने की प्रक्रिया।

duplicate voter ID online

duplicate voter ID online

क्या आपके पास गलती से दो वोटर आईडी कार्ड बन गए हैं? जानें भारत के कानून के अनुसार इसकी सजा, जुर्माना और ऑनलाइन-ऑफलाइन कैंसिल करने का आसान

भारत में वोटर आईडी कार्ड केवल मतदान का ही अधिकार नहीं देता, बल्कि यह पहचान और पते का एक महत्वपूर्ण प्रमाण भी है। हालांकि, यदि किसी व्यक्ति के पास दो वोटर आईडी कार्ड हैं, तो यह कानूनन अपराध माना जाता है। भारत के रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपल एक्ट, 1950 के तहत इस पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। आइए जानते हैं कि दो वोटर आईडी रखने पर क्या सजा हो सकती है और इसे रद्द करने की प्रक्रिया क्या है।

दो वोटर आईडी रखना क्यों अपराध है?
कानून के अनुसार—

सेक्शन 17: कोई भी व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में वोटर के रूप में पंजीकृत नहीं हो सकता।

सेक्शन 18: किसी एक निर्वाचन क्षेत्र में नाम दो बार दर्ज नहीं हो सकता।

सेक्शन 31: गलत जानकारी देकर वोटर आईडी बनवाना अपराध है।

सजा और जुर्माना
यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर या गलती से दो वोटर आईडी कार्ड रखता है, तो उसे निम्न दंड मिल सकते हैं:

अधिकतम 1 वर्ष की जेल।

10,000 रुपये तक जुर्माना।

जेल और जुर्माना दोनों भी हो सकते हैं।
हालांकि, यदि यह गलती से हुआ है और दुरुपयोग नहीं किया गया है, तो व्यक्ति वोटर आईडी कैंसिल करवाकर कानूनी कार्रवाई से बच सकता है।

गोंडा में बोलेरो नहर में गिरी, 11 श्रद्धालुओं की मौत, गांव में छाया मातम।

दो वोटर आईडी बनने के कारण
पता बदलने के बाद पुराना कार्ड रद्द न करना।

आवेदन में गलत या अधूरी जानकारी देना।

निर्वाचन आयोग की प्रशासनिक त्रुटि।

वोटर आईडी कैंसिल करने की प्रक्रिया

  1. ऑनलाइन तरीका
    NVSP पोर्टल पर लॉगिन करें।

फॉर्म 7 भरें और उस कार्ड की जानकारी दें जिसे रद्द करना है।

पहचान पत्र (आधार/पासपोर्ट) अपलोड करें।

आवेदन सबमिट करें और रेफरेंस नंबर से स्टेटस ट्रैक करें।

राहुल गांधी का आरोप- 100 सीटों पर धांधली, वरना मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनते।

  1. ऑफलाइन तरीका
    अपने क्षेत्र के इलेक्टोरल ऑफिस जाएं।

फॉर्म 7 भरकर आवश्यक दस्तावेज के साथ जमा करें।

रेफरेंस नंबर लेकर स्टेटस जांचें।

नोट: यदि वोटर आईडी गुम हो गया है, तो पहले पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें और कॉपी आवेदन के साथ लगाएं।

डुप्लिकेट आईडी से बचने के उपाय
NVSP पोर्टल पर नाम और EPIC नंबर चेक करें।

पता बदलने पर फॉर्म 8 से अपडेट करवाएं।

नया वोटर आईडी बनवाने से पहले पुराना कैंसिल करें।

किसी भी संदेह की स्थिति में स्थानीय निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करें।

निर्वाचन आयोग की पहल
निर्वाचन आयोग अब ERONET 2.0 के जरिए प्रत्येक वोटर को यूनिक EPIC नंबर देने पर काम कर रहा है ताकि डुप्लिकेट वोटर आईडी की समस्या समाप्त हो सके।

About The Author