कृषि विधेयक के विरोध में 25 को भारत बंद का आह्वान
नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री नंद किशोर शुक्ला ने आरोप लगाया है कि किसानों की पैदावार लूटने की साजिश हो रही है। इसके खिलाफ 25 सितम्बर को देशव्यापी संघर्ष को भारतबंद का रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि बंद के बाद फिर 28 सितम्बर को भगत सिंह के जन्मदिन पर इस संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया जाएगा। आरोप लगाया है कि सरकार ये तीनों विधेयक कानून बन जाने पर देश के किसानों और कृषि क्षेत्र को बर्बाद कर देगी।
आम उपभोक्ताओं को भी जमाखोरों के हवाले कर देगी। देश के दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने श्रम कानूनों को समाप्त कर और बदले में चार कोड लागू करने के विरोध में 23 सिंतबर को देशभर में प्रदर्शन का एलान किया है। इसे व्यापक रूप से सफल बनाने को लेकर रविवार को अदालतगंज रोड स्थित केदार भवन में केंद्रीय ट्रेड यूनियन से जुड़े श्रमिक संघों का संयुक्त कन्वेंशन हुआ।
सीटू महासचिव गणेश शंकर सिंह ने कहा कि आजादी के दौर से लागू मजदूरों को प्राप्त 44 श्रम कनूनी अधिकार को खत्म कर चार कोड लाया गया। इसमें काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 से 16 घंटे तक निर्धारित किया गया है। यह मजदूरों को पूरी तरह मालिकों का गुलाम बनाने का कानून है। फैक्ट्री एक्ट को बदला गया है। रेल को निजीकरण किया जा रहा है।
बैंक,बीमा, कोयला, रक्षा क्षेत्र, बीपीसीएल, आईओसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों समेत देशी-विदेशी कॉरपोरेट घरानों को बेचा जा रहा है। उन्होंने इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। मौके पर ऐक्टू सचिव रणविजय कुमार, एआईएमयू नेता भैरव कुमार पंडित समेत अन्य शामिल थे।