राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष की अग्नि परीक्षा

Opposition party leaders protesting against Delhi police Commissioner B S Bassi and Govt at the parliament house in new Delhi on Wednesday express photo by Prem Nath Pandey 24 feb 16
नई दिल्ली। विपक्षी नेताओं ने धर्माfनरपेक्ष ताकतों के बीच एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भाजपा को रोकने के लिए यह देश की जरूरत है। विपक्ष नेताओं ने राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय स्तर पर साथ आने की वकालत करते हुए आगामी राष्ट्रपति चुनाव को ऐसे एक गठबंधन की पहली ‘अग्नि परीक्षा’ बताया।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पार्टियों को यह सुनिश्चित करने के लिए आगाह किया कि महागठबंधन ‘मोदी बनाम सभी’ की लड़ाई न बन जाए जैसा कि १९७१ के आम चुनाव में हुआ था, जब एकीकृत विपक्ष ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मुकाबला किया था।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह दिवंगत मधु लिमये की ९५वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने संविधान का धर्माfनरपेक्ष पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ऐसा एक गठबंधन बनाने का आह्वान किया।
वरिष्ठ जदयू नेता शरद यादव ने ऐसे ही विचार व्यक्त किए कहा कि ‘देश बचाने के लिए’ नेताओं को हाथ मिलाना होगा। सीपीआई के नेता अतुल कुमार अंजान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में आम सहमति वाला उम्मीदवार उतारें।